कोरोना-कैसे खाँसें / छींकें?

कैसे खाँसें / छींकें?

यदि आप भीड़ में नहीं हैं तो भी बिना एहतियात बरते आसमान की तरफ मुंह उठाकर भच्छ से न छींकें या कमरा हिलाऊ खांसी न खाँसें।

खाँसने / छींकने से आपकी नाक या लार के छोटे – छोटे गोले आसमान तक नहीं जाने वाले। वह पैराबोलिक यात्रा करते हुए सामने वाले इंसान के मुंह, आँख, कपड़ों के ऊपर या कमरे की फर्श, दीवार, कुर्सी, मेज, दरवाजे के हैंडल आदि पर विराजमान हो जाते हैं।

इन्ही गोलों मे कोरोना के विषाणु बिराजे रहते हैं। यह अगले चौबीस घंटों तक किसी को भी संक्रमित करने के लिए जीवित रह सकते हैं।

हाँ तो साहेबान, आपको छींकना/ खाँसना कैसे है यह बता रहे थे हम।
अव्वल तो यदि आप बीमार हैं यानी खांसी-जुकाम-बुखार से पीड़ित हैं तो आप सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचें। यदि आपको ऐसी जगहों पर जाना ही पड़े तो आप अपने साथ कई रुमाल ले कर जाएँ। ज्यादा रुमाल नहीं ले जा सकते तो कई सारे टिशू पेपर मोड़ कर रख लें।

जैसे ही आपकी नाक में सुरसुराहट या गले में खिच-खिच हो आपके हाथ में रुमाल/टिशू आ जाये। आप उसी में खाँसे/छींकें। सबसे आवश्यक है रुमाल/ टिशू का निबटारा। अपने साथ बार-बार सील करने वाला एक पैकेट भी रखें। और टिशू/रुमाल को उसमे रख लें। अब यह सील करने वाला पैकेट कहाँ मिलेगा? उत्तर है बाज़ार में। ( बहुत सारी प्रचलित कंपनियों की दालमोठ/नमकीन सीलन से बचाने के लिए इन्ही पैकेटों में आती है ) फिर उस पैकेट को सुरक्षित जगह पर डिस्पोस करें या कपड़े के रुमालों को साबुन – पानी से अच्छी तरह धुल कर सुखा लें।

अरे, इतनी बकवास हो गयी पर अभी तक हमने खाँसने/छींकने की विधि तो बताई ही नहीं तब जब आपके पास रुमाल/टिशू कुछ भी न हो।

तो साहेबान, ऐसी अवस्था में आप अपने हाथों का प्रयोग विषाणु युक्त गोलों को रोकने के लिए बिलकुल न करें। नहीं तो आप जिस-जिस वस्तु-व्यक्ति को छुएंगे ये गोले बाँट देंगे। अपितु झट से अपनी कुहनी का अंदरूनी हिस्सा ( क्यूबिटल फ़ोसा ) का इस्तेमाल करें। घर जाकर अपनी शर्ट साफ करें, हाथ अच्छी तरह से साफ करें। ( हाथ साफ करने की विधि अगले अध्याय में )

आखिर में एक बात और। डब्ल्यूएचओ स्वस्थ लोगों को नियमित रूप से मास्क पहनने की सलाह नहीं देता है। इसलिए मास्क के पीछे न भागें। सावधानी बरतें घबराहट न फैलाएँ।

– डॉ प्रदीप कुमार शुक्ल
लखनऊ

#कोरोना_से_डरो_ना 🙏